कभी कह दिया समय की पाबंदी पर एक निबंध लिखो जो चारपन्नों से कम न हो। कौन नहीं जानता कि समय की पाबंदी अच्छी होती है परंतु उसी बात को चार पन्नों में कैसे लिखें । यह तो समय की किफायत नहीं बल्कि उसका दुरुपयोग है। संसार का मुझे तुम से कहीं ज्यादा अनुभव है, इसलिए मेरा कहना मानो।
जब मेरे पास होने पर यह तिरस्कार हो रहा है तो फेल होने जाने पर तो शायद प्राण ही ले लिए जाएं और उन्हें महसूस होता है कि अपने ऊपर जो उन्हें विश्वास था वो फिर लुप्त हो जाएंगे।
Горка: 2
लेखक कक्षा में फिर पास हो गया और उनके बड़े भाई फिर फेलहो गए जिसके कारण वह रोने लगे और लेखक को उनपर दया भी आने लगीजिससे उनके पास होने की खुशी आधीहो गयी।
अब तो मैंपढू या ना पढू मेरी तकदीर बलवान है, जिससेमैं फिर कक्षा में पास हो जाऊंगा।
Горка: 3
लेखक का ध्यान पढ़ाई से धीरे धीरे हटने लगा औरपतंग उड़ाने की ओर आकर्षित होता रहा।लेखक अबअपने बड़े भाई के नरम स्वभाव का अनुचित लाभ उठाने लगे थे।
Горка: 4
1 दिन संध्या के समय लेखक व उनकी टोलीउड़ती हुईपतंग के पीछे अपना पूरा ध्यान उस पर आकृत कर भाग रही थी।उस समयमानो ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कोई आत्मा स्वर्ग से निकलकरविरक्त मन से नए संस्कार ग्रहण करने जा रही हो।और एकाएक उनकी मुठभेड़ अपने बड़े भाई से हो गई।उन्होंने अपना आपा खो दिया और कहा
इन बाजारी लौंडो के साथतुम्हें पतंग पकड़ते हुए शर्म नहीं आ रही।अब तो तुम नीचे जमात में भी नहीं रहे, कुछ तो अपनी परीक्षा का खयाल रखो।
Горка: 5
आठ वीं कक्षा को पास करके तो लोग तहसीलदार बन जाते हैं। कई लोग अव्वल दर्जेमैं डिप्टी मजिस्ट्रेट या सुपरटेंडेंट है। और तुम आठवीं कक्षा में आकर बाजारीलौंडो साथ कनेक्ट हुए के लिए दौड़ रहे हो।