हैलो विवेक! क्या बात है, बहुत परेशान दिख रहे हो? सब ठीक तो है न?
क्या बताऊँ राहुल, काम का बहुत प्रेशर है। एक तो क्लाइंट समय पर पैसे नहीं देतीं और उधर बॉस पैसे समय से लाने का दबाव डालता है।
hmm ... मैं समझ सकता हूँ। आज कल यह समस्या बैंक या NBFC में कार्य करने वाले ज्यादातर लोगों के साथ है। लेकिन तुम ऐसी समस्याओं से Delinquency Management द्वारा काफी हद तक निजात पा सकते हो।
अच्छा! यह क्या होता है? कृपया थोड़ा विस्तार में बताओ।
जब किसी लोन का पुनर्भुगतान एक निश्चित समय से अधिक से नहीं हो रहा होता है या ओवरड्यू हो जाता है तो इसे ही Delinquency कहते हैं और इसे कम करने के लिए तुम्हें अपने लोन पोर्टफोलियो का नियमित रूप से मूल्यांकन करना चाहिए। तुम प्रतिदिन की MIS से इसका मूल्यांकन ठीक प्रकार से कर सकते हो।
लोन पोर्टफोलियो का मूल्यांकन मुझे किस प्रकार करना चाहिए?
पोर्टफोलियो मूल्यांकन का एक महत्वपूर्ण घटक प्रतिदिन की MIS है। एक अच्छी MIS तुम्हारे पोर्टफोलियो के प्रतिदिन के परफॉरमेंस की जानकारी देती है।
इसके अलावा तुम्हें लोन की लिस्टिंग, कलेक्शन ड्यू रिपोर्ट, PAR रिपोर्ट इत्यादि का भी सूक्ष्मता से अध्ययन एवं मूल्यांकन करना चाहिए। कोई भी लोन बाँटने से पहले तुम्हेंअपने ग्राहक की पुनर्भुगतान क्षमता का भली-भाँति मूल्यांकन कर लेना चाहिए।
यदि तुम इन सभी टिप्स का सही प्रकार से पालन करते हो तो निश्चित रूप से तुम्हारे लोन delinquent नहीं होंगे।
इतनी उपयोगी जानकारी देने के लिए आपका धन्यवाद।
Sukurta daugiau nei 30 milijonų siužetinių lentelių